CBSE के फॉर्मूले से ज्यादा संतुष्ट नहीं दिखे टीचर-स्टूडेंट, उठाए ये सवाल

 CBSE के फॉर्मूले से ज्यादा संतुष्ट नहीं दिखे टीचर-स्टूडेंट, उठाए ये सवाल

सीबीएसई की ओर से सुप्रीम कोर्ट में 12वीं के रिजल्ट के लिए जो फॉर्मूला बताया गया है, उसपर आजतक ने शिक्षकों और छात्रों से सवाल किया. छात्रों और शिक्षकों का क्या कहना है, जानिए...


CBSE 12वीं के रिजल्ट को लेकर फॉर्मूला आया सामने

सीबीएसई की ओर से 12वीं बोर्ड के रिजल्ट को लेकर फॉर्मूला बता दिया गया है. सुप्रीम कोर्ट में दिए गए जवाब के मुताबिक, 10वीं, 11वीं और 12वीं की प्री-बोर्ड परीक्षाओं के आधार पर ही 12वीं बोर्ड के नतीजे तय किए जाएंगे. सीबीएसई ने भले ही ये फॉर्मूला बता दिया हो, लेकिन स्टूडेंट और टीचर इसको लेकर संतुष्ट नहीं हैं.

आजतक से बात करते हुए टीचर ने कहा कि CBSE ने अगर ये फैसला किया है तो कुछ सोच-समझकर किया गया होगा, लेकिन फिर भी इसमें काफी सुधार की जरूरत थी.

'11वीं के नंबर पर कम जोर देने की जरूरत'
सीबीएसई के फॉर्मूले पर एक छात्र द्वारा सवाल खड़े किए गए. फॉर्मूले में 11वीं क्लास के 30 फीसदी नंबर को कम करना चाहिए, क्योंकि 11वीं में हर छात्र समझने में वक्त लगाता है. साथ ही किसी ने सोचा नहीं था कि हमारे साथ ऐसा होना होगा. 

एक छात्रा ने भी कहा कि 11वीं में हर कोई बढ़िया तैयारी नहीं करता है, क्योंकि हर किसी की कोशिश 12वीं में बेहतर नंबर लाने पर कोशिश की जाती है, ताकि आगे जाकर एडमिशन अच्छे कॉलेज में हो सके. 


'10वीं और 12वीं के सब्जेक्ट बिल्कुल अलग'
सीबीएसई के फॉर्मूले में दसवीं के नंबर शामिल करने को लेकर एक छात्रा ने कहा कि ये बिल्कुल सही नहीं है, क्योंकि दोनों के सब्जेक्ट अलग होते हैं. दसवीं और 11-12वीं में सब्जेक्ट सेम नहीं हैं. 

हालांकि, बच्चों ने एग्जाम कैंसिल करने के फैसले का स्वागत किया. बच्चों ने कहा कि कोरोना को देखते हुए एग्जाम कैंसिल करने का फैसला सही है, अगर बाद में हालात सुधरते हैं तो एग्जाम लिए जा सकते हैं. अधिकतर बच्चों द्वारा यही रिएक्शन दिया गया कि अगर 10वीं के नंबर्स को 30 फीसदी स्थान दिया गया है, तो वो ठीक है. लेकिन 11वीं में जो 30 फीसदी नंबर्स को जोड़ा जा रहा है, उसे कम करना चाहिए.

सुप्रीम कोर्ट में सीबीएसई ने बताया अपना फॉर्मूला
12वीं के नतीजों को 31 जुलाई को घोषित किया जाएगा. सीबीएसई द्वारा जानकारी दी गई है कि बच्चों के रिजल्ट के लिए जो फॉर्मूला तय किया गया है, उसमें 12वीं के प्री-बोर्ड एग्जाम के 40 फीसदी, 11वीं के फाइनल एग्जाम के 30 फीसदी और 10वीं के पांच सब्जेक्ट के 3 बेस्ट नंबर के 30 फीसदी को जोड़ा जाएगा. इसी आधार पर बच्चों के रिजल्ट घोषित किए जाएंगे.

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